Yah Srujan Nahi Yah Hai Abhivyakti Ka Prakshepan

ebook Upanishadon Ka Ekikrut Vigyan

By Kaushik Chaudhary

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वेदांत और आधुनिक विज्ञान को जोड़ने के कार्य में पिछले 2000 साल में हुई यह सबसे बड़ी शुरुआत है।

- ड़ो. जी. माधवन नायर, पूर्व प्रमुख ISRO

सेंकडो ब्रह्मांडो से बनी यह सृष्टि मूलभूत रूप से एक ख़ास कारण और एक निश्चित विज्ञान से ही चलायमान है। आधुनिक विज्ञानने उस मूलभूत विज्ञान को अनेक शाखाओं में बाँट दिया है, जहां हर शाखा दूसरी शाखा के बारे में दुर्लक्ष बनाकर रखती है। प्रो. स्टीफ़न होंकिंग का मानना था कि विज्ञान को खंडित करने की हमारी इस रीत ने ही आधुनिक विज्ञान को सृष्टि का अंतिम सत्य जानने से वंचित रखा है। विश्व को ज़रूरत है उस एकीकृत विज्ञान की जिस पर यह समग्र अस्तित्व बुनियादी रूप से आधारित हो। वेदांत के वैज्ञानिक सिद्धांतों को आधुनिक विज्ञान की नींव में डालकर यह पुस्तक उसी एकीकृत विज्ञान को मानवजाति के समक्ष पहलीबार प्रगट कर रही है। सृष्टि के आरम्भ से मानव की उत्पत्ति तक और मानव की मुक्ति से सृष्टि के विलय तक की यह यात्रा हमारे सारे सवालों के सरल और वैज्ञानिक जवाब देती है।

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