Zindagi Ki Rele--Re (ज़िन्दगी की रेले--रे)

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By Rashmi Chiranjeev

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चिरंजीव सिन्हा

मूल रूप से पटना, बिहार के रहने वाले चिरंजीव वर्तमान में अपर पुलिस उपायुक्त, सेंट्रल जोन, लखनऊ उत्तर प्रदेश के पद पर कार्यरत हैं। उनका मानना है कि छोटी-छोटी बातें त्वरा से हमारे जीवन पर दीर्घ प्रभाव छोड़ती हैं। लंबे और अत्यंत गंभीर मीमांसा की जगह छोटे-छोटे प्रसंगो और कहानियों के माध्यम से हम अपने समाज को सहज-सरल जीवन जीने की राह दिखा सकते हैं। बुजुर्गों से प्राप्त जीवन के अनुभवों को आज के दौर की आवश्यकताओं के अनुरूप किस तरह ढाला जाए, इसका अत्यंत मनमोहक चित्रण उनकी इस नवीनतम पुस्तक 'जिंदगी की रेले-रे' में किया गया है। हर्षा श्री के साथ साझे रूप में लिखी गई उनकी पहली पुस्तक 'अनुभूति-हर रिश्ता कुछ कहता है' अत्यंत लोकप्रिय हुई तथा विश्व पुस्तक मेला, नई दिल्ली 2020 एवं अन्य पुस्तक मेलोंऔर बुक-स्टॉलों पर काफी पसंद की गई। सामाजिक एवं पारिवारिक मुद्दों पर उनकी रचनाएँ अक्सर विभिन्न राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं। चिरंजीव नाथ सिन्हा से आप कभी भी ई-मेल एड्रेस: chiranjeevstf@gmail.com ट्विटर: @Adcpcentrallko अथवा @chiranjeevadcp पर संपर्क कर सकते हैं।

रश्मि श्रीवास्तव

मूल रूप से संगम नगरी-प्रयागराज उत्तर प्रदेश की रहने वाली रश्मि वर्तमान में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड लखनऊ में अपर पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। इलाहाबादविश्वविद्यालय से संस्कृत में पोस्ट ग्रेजुएट और गोल्ड मेडलिस्ट तथा रशियन भाषा में डिप्लोमा रश्मि की जिंदगी का सूत्र है 'जीवन में एक इंच भी कृत्रिमता नहीं होनी चाहिए। सरलता और सच्चाई के हम जितना करीब रहते हैं उतना ही हम खुश और निश्चिंत रहते हैं।' विभिन्न समसामयिक विषयों पर वे पोस्ट और कविताएँ लिखती रहती हैं। इस पुस्तक के माध्यम से वे बिना किसी भारी-भरकम उपदेश के खुशनुमा जिंदगी के सूत्र को आपको सौंप रही हैं। आप उनसे कभी भी उनके ई-मेल एड्रेसः srivrashmi@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं।

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