Lafzon Ke Darmiyaan

ebook

By Shabnum Khanum

cover image of Lafzon Ke Darmiyaan

Sign up to save your library

With an OverDrive account, you can save your favorite libraries for at-a-glance information about availability. Find out more about OverDrive accounts.

   Not today

Find this title in Libby, the library reading app by OverDrive.

Download Libby on the App Store Download Libby on Google Play

Search for a digital library with this title

Title found at these libraries:

Library Name Distance
Loading...

हर कवि के लिए किसी कविता की शुरुआत एक आदत से होती है। आदत हर घटना, हर गुफ़्तुगु को शब्दों में पिरो कर काग़ज़ पर उतारने की और एक धीरे-धीरे बढ़ते हुए विश्वास की, कि शायद यह अहसास जो मुझे महसूस हुए दूसरों को भी आकर्षित करे। इस तरह से मेरे अल्फ़ाज़ आप तक पहुँच गए।

कविताएँ हमारे शब्दों को प्रेरणा और हालातों से जोड़ कर एक बम की तरह ज़हन में फूटती है। हर एक शब्द सही है या ग़लत, यह आप पढ़ते हुए तय करेंगे पर इस कलाम को लिखते वक़्त जो रूहानी अहसास होते हैं वो आपके अंदर का कवि ही पहचान पाएगा। क्यूँकि वह इस किताब के भी पार है। किताब और शब्द तो एक माध्यम और कोशिश है।

मुंबई की IT प्रोफ़ेशनल, युवा हिन्दी लेखिका शबनम खानम हिन्दी, उर्दू और इंग्लिश में कविताएँ और...

Lafzon Ke Darmiyaan