मैं ऐसा क्यों हूँ?
audiobook (Unabridged) ∣ भावनात्मक संवेदनशीलता, लगाव और आत्म-स्वीकृति का मार्ग समझना
By Ranjot Singh Chahal
Sign up to save your library
With an OverDrive account, you can save your favorite libraries for at-a-glance information about availability. Find out more about OverDrive accounts.
Find this title in Libby, the library reading app by OverDrive.

Search for a digital library with this title
Title found at these libraries:
Library Name | Distance |
---|---|
Loading... |
इस ऑडियोबुक को डिजिटल वॉइस में रिकॉर्ड किया गया है.
क्या आपने कभी सोचा है कि आप इतनी गहराई से क्यों महसूस करते हैं, छोटी-छोटी बातें आपको दूसरों से अधिक क्यों प्रभावित करती हैं, या आपको छोड़ पाना इतना कठिन क्यों लगता है? मैं ऐसा क्यों हूँ? में लेखक रंजोत सिंह चहल आपको भावनात्मक संवेदनशीलता, लगाव और आत्म-खोज की गहराइयों में एक अंतर्दृष्टिपूर्ण यात्रा पर ले जाते हैं।
यह परिवर्तनकारी पुस्तक उन विशेषताओं की पड़ताल करती है जो आपको अनोखा बनाती हैं—आपकी भावनात्मक गहराई, संवेदनशीलता और लगाव—और उन्हें कमजोरी के बजाय ताकत के स्रोत के रूप में पुनर्परिभाषित करती है। दिल को छू लेने वाली कहानियों, वैज्ञानिक जानकारियों और व्यावहारिक उपकरणों के माध्यम से, यह पुस्तक आपकी मदद करती है:
अपनी भावनाओं की जड़ों और अपनी संवेदनशीलता के पीछे के विज्ञान को समझने में।
लगाव और अधिकार जैसी चुनौतियों का स्पष्टता और करुणा के साथ सामना करने में।
भावनात्मक घावों को भरने और संबंधों और जीवन में सफल होने के लिए मजबूती विकसित करने में।
अपनी वास्तविक पहचान को अपनाकर अपनी कथित कमजोरियों को सुपरपावर में बदलने में।
रंजोत सिंह चहल सहानुभूति और विशेषज्ञता को मिलाकर पाठकों को स्वयं और उनके रिश्तों की गहरी समझ की ओर ले जाते हैं। चाहे आप अपनी भावनाओं को संतुलित करना चाहते हों, दूसरों के साथ अपने संबंधों में सुधार करना चाहते हों, या आंतरिक शांति पाना चाहते हों, यह पुस्तक आत्म-स्वीकृति और व्यक्तिगत विकास के लिए एक स्पष्ट मार्गदर्शिका प्रदान करती है।
उन लोगों के लिए जो गहराई से महसूस करते हैं और पूरे दिल से प्यार करते हैं, मैं ऐसा क्यों हूँ? मानवीय दिल की सभी जटिलताओं में एक उत्सव है। अपनी संवेदनशीलता में छिपी ताकत को खोजें और अपने सर्वश्रेष्ठ स्व की ओर पहला कदम उठाएँ।